Dainik Athah

निवेशक मुख्यमंत्री के वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को साकार करने में सहयोग करें: जिलाधिकारी

दो हजार प्रस्ताव एमएसएमई के, संख्या की दृष्टि से प्रदेश का 22 फीसद


अथाह संवाददाता
गाजियाबाद।
गाजियाबाद इन्वेस्टर्स समिट में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि अकेले गाजियाबाद जिले से लगभग 92 हजार करोड रुपये के प्रस्ताव है। इनमें से भी सबसे अधिक लगभग 2000 प्रस्ताव एमएसएमई विभाग के है, जो संख्या की दृष्टि से पूरे प्रदेश का लगभग 22 प्रतिशत है तथा निवेश राशि 10,000 करोड़ का आंकडा पार कर चुकी है।
जिलाधिकारी ने बताया नगर निगम, गाजियाबाद ने लगभग 450 करोड रुपये लागत के तीन प्रस्ताव उपलब्ध कराए गये है, जो कि ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन से संबंधित है। इनके माध्यम से जनपद के औद्योगिक विकास के साथ पयार्वरण को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी और सस्टेनेबल डेवलपमेन्ट की अवधारणा पर कार्य किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही आईजीएल द्वारा डासना में लगभग 150 करोड रुपये की लागत से एक ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट की स्थापना की जा रही है, जो कि उद्योगो को स्वच्छ इंर्धन उपलब्ध कराने की दिशा में विशेष रूप से कारगर होगा। इस कायर्क्रम में ट्रॉन्सपोर्ट, रीयल स्टेट, औद्योगिक विकास, मैडीकल से संबंधित निवेश की संभावनाओं पर विचार मंथन के साथ एनएचएआई, एमएसएमई पॉलिसी, टैक्सटाइल एवं इण्ड्रस्ट्रीयल इन्वेस्टमेन्ट प्रमोशन पॉलिसी, यूपीसीडा, पयर्टन पॉलिसी आदि के प्रस्तुतिकरण किए गए, जिससे आपको गाजियाबाद में निवेश के अवसरो को ओर भी सरल रूप में समझने में सहायता मिलेगी।

इस अवसर पर उन्होंने आह्वान किया कि आइए, हम सब मिलकर भारत को विश्व की सबसे मजबूत अथर्व्यवस्था बनाने में सहयोग प्रदान करें। उन्होंने आह्वान किया कि निवेशक मुख्यमंत्री के वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को साकार करने में सहयोग करें। उद्यमी देश के विकास को गति देने का कार्य करते है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक माह आयोजित होने वाली जिला स्तरीय उद्योग बंधु की बैठक में उद्यमियों का ऐसा कोई एजेंडा लंबित नहीं है जिसका समाधान न किया गया हो। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद इंवेस्टर्स समिट अन्य जनपदों से अलग है, उन्होंने उद्यमियों से आह्वान किया कि आईये आप और हम मिलकर जनपद गाजियाबाद में निवेश कर जनपद के विकास में भागीदारी करें। उन्होंने गाजियाबाद इंवेस्टर्स समिट में प्राप्त 92 हजार करोड़ से अधिक के प्रस्ताव पर निवेशकों एवं उद्यमियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपको इकाई स्थापना में जो भी लाइसेंस, अनुमतियां, एनओसी की आवश्यकता होगी उसको पूरा करना हमारा नहीं बल्कि मेरा सरदर्द है, आपको नियमों के तहत बस आवेदन करना है। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि आप जो भी एमओयू करेंगे उसे धरातल पर भी उतारेंगे। उन्होंने इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में गाजियाबाद का अपना एक अलग स्थान हो और यहां के उद्यमियों में वह दमखम है जिससे गाजियाबाद वैश्विक स्तर पर अपनी एक नई पहचान बनायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद गाजियाबाद औद्योगिक दृष्टि से उन्नतशील जनपद है तथा यहाँ पर औद्योगिक अवस्थापनाएं विश्व स्तरीय है, जिससे प्रभावित होकर निवेशकों द्वारा अधिकाधिक निवेश करने के लिए अपने प्रस्ताव प्रस्तुत किए गये तथा एम0ओ0यू0 हस्ताक्षर किए गये है। न केवल जनपद के निवेशकों को बल्कि देश एवं विदेश की प्रतिष्ठित कम्पनियों द्वारा भी जनपद गाजियाबाद में निवेश प्रस्ताव प्रस्तुत किए गये है। इस क्रम में जनपद में निवेश करने वाले लगभग 3000 निवेशकों द्वारा 92 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव दिये गये है, जिसमें लगभग 05 लाख के रोजगार सृजन की सम्भावना है। उक्त निवेशकों में से 2643 निवेशकों द्वारा रू0 70 हजार करोड के एम0ओ0यू0 हस्ताक्षर किए गये है।मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा कि गाजियाबाद इंवेस्टर्स समिट में बहुत से विषय आपके सामने आएंगे। प्रदेश सरकार में जनपद के विकास एवं निवेश प्रदान करने के लिए अपार संभावनाएं सामने आयीं हैं। उन्होंने उद्यमियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले इंवेस्टर्स समिट में भी गाजियाबाद का अच्छा योगदान देखने को मिला और उन्हें आशा है कि इस बार भी आपके द्वारा जनपद में बढ़-चढ़कर निवेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन आपके साथ है। उन्होंने शासन-प्रशासन व उद्यमियों के मध्य सेतु बनने का बीड़ा उठाते हुए कहा कि दिल्ली-एनसीआर के नजदीक होने के कारण निवेशक एवं उद्यमी यहां निवेश के लिये आतुर हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर निवेशकों व उद्यमियों की समस्याओं का निराकरण कराने के साथ ही नई इकाईयों की स्थापना के लिये नये आयाम खोले गए।
समिट में निदेशक (वित्त) आरआरटीएस नमिता मेहरोत्रा ने ट्रांसपोर्ट क्षेत्र से संबंधित एवं निवेश की संभावनाओं पर विचार रखे। सीईओ जेपी ग्रुप मनोज गौर ने इंफ्रास्ट्रक्चर पर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन इंडिया नीरज सिंघल, प्रबंध निदेशक उप्पल चड्ढा ग्रुप (वेब सिटी) राजीव गुप्ता ने विचार व्यक्त किये। इसी प्रकार ईएंडवाई ओडीओपी सैल लखनऊ अविनाश पांडेय द्वारा एमएसएमई, आईआईपी, टेक्सटाइल एवं अन्य पॉलिसी पर प्रस्तुतीकरण, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी मेरठ अंजू चौधरी द्वारा टूरिज्म पॉलिसी पर, चीफ टीओडी एक्सपर्ट एनसीआरटीसी दिल्ली मुकुट शर्मा, एनएचएआई से पुनीत खन्ना, डीडीएफ कंसलटेंट गाजियाबाद विकास प्राधिकरण कुलदीप एवं क्षेत्रीय प्रबंधक यूपीसीडा गाजियाबाद सीके मौर्या द्वारा गाजियाबाद विकास प्राधिकरण एवं यूपीसीडा में निवेश पर, एचडीएफसी बैंक के जोनल हेड राजीव पैंथरे, डायरेक्टर गवर्नमेंट अफेयर फ्लिपकार्ट तुषार मुखर्जी, चीफ कॉपरेट अफेयर टाटा स्टील लि. मनीष मिश्रा, आॅपरेशंस हेड डाबर इंडिया राहुल अवस्थी, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्रीराम पिस्टन एंड रिंग्स लि. संदीप कालिया, यूनिट हेड हमदर्द लैबोरेट्रीज लि. शमशाद अली, डायरेक्टर जीसी इंटरनेशनल सिद्धार्थ शिवरामन ने अपने-अपने क्षेत्रों से सम्बन्धित नीतियों का प्रस्तुतीकरण किया।

गाजियाबाद इन्वेस्टर्स समिट में जनपद की औद्योगिक इकाइयों रियल एस्टेट के निवेशकों एवं गाजियाबाद विकास प्राधिकरण, यूपीसीडा द्वारा अपने उत्पाद की ब्रांडिंग एवं प्रचार-प्रसार हेतु होटल रेडिसन ब्लू में अपने स्टाल लगाए गए।

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